उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। जिले के तम्बौर थाना क्षेत्र में गरीब और दलित हिंदुओं को ईसाई बनाने की साजिश चल रही थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में संतोष बौद्ध, मिश्रीलाल, गंगाराम, सुरेंद्र और शिवकुमार शामिल हैं। इनके पास से बाइबिल, वाद्य यंत्र, डायरी जैसे सामान बरामद हुए हैं। इन सभी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
दुबई गांव में हुआ बड़ा खुलासा
जानकारी के अनुसार, घटना तम्बौर थाना क्षेत्र के दुबई गांव की है, जहां सुरेंद्र जायसवाल के घर पर ईसाई मिशनरी के लोग ग्रामीण इलाके गरीब और दलित हिंदुओं को निशाना बनाकर लोभ देकर धर्म परिवर्तन करा रहे थे। हिंदुओं को ईसाई बनाने की सूचना मिलने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। सूचना के अनुसार, यहां एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। जिसमें बीमारी से मुक्ति और पैसों का लालच देकर हिंदुओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने इन 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
1. संतोष बौद्ध पुत्र धर्म प्रकाश, (निवासी मोहल्ला छावनी थाना लहरपुर)
2. मिश्रीलाल पुत्र गंगाराम, (निवासी ग्राम विजैसेपुर थाना लहरपुर)
3. गंगारम पुत्र रामदलाल, (निवासी ग्राम सुपौली थाना तम्बौर)
4. सुरेंन्द्र जायसवाल पुत्र किशोरी लाल, (निवसी दुबई थाना तम्बोर)
5. शिवकुमार पुत्र बाबू ,(निवासी दुबई थाना तम्बौर)
पुलिस ने की तत्परता से कार्रवाई
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले को लेकर डिप्टी एसपी सुनील कुमार यादव ने बताया कि, गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी विश्वास दिलाया कि इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है। कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताते हुए आरोपितों के खिलाफ सख्त सजा की मांग की है। उनका कहना है कि, धर्मांतरण के इस प्रकार के प्रयासों को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और ऐसे मामलों में तुरंत और प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार ने धर्मांतरण विरोधी कानून को सख्ती से लागू किया है और इस प्रकार के मामलों में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन ने भी यह सुनिश्चित किया है कि धर्मांतरण के ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।