भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने और स्वदेशी नवाचारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, भारतीय वायु सेना ने 15 जनवरी 2025 को एक 'उद्योग आउटरीच इवेंट' का आयोजन किया। यह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया गया। पहला चरण 13 जनवरी 2025 को ऑनलाइन आयोजित किया गया, जिसमें उद्योग, शैक्षिक और सरकारी क्षेत्रों के 120 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। दूसरा चरण 15 जनवरी 2025 को वायु सेना स्टेशन गुवाहाटी में आयोजित किया गया, जहां रक्षा उद्योगों, नवाचारकों और स्टार्ट-अप्स के प्रतिनिधियों ने भारतीय वायु सेना (IAF) के साथ संवाद किया।
प्रतिभागियों ने IAF के कार्य वातावरण का अनुभव प्राप्त किया, जहां उन्हें परिचालन आवश्यकताओं से अवगत कराया गया, जिससे उन्हें उन क्षेत्रों में नवाचार समाधान प्रदान करने के अवसरों की जानकारी मिली। इस कार्यक्रम में IAF के उपकरणों का प्रदर्शन किया गया, साथ ही परिचालकों के साथ बातचीत भी हुई। इस कार्यक्रम में एक मंथन सत्र भी शामिल था, जिसमें उद्योग और IAF के बीच सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। भारतीय वायु सेना ने इस मंच का उपयोग रक्षा क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता को रेखांकित करने के लिए किया, ताकि 'आत्मनिर्भर रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र' का निर्माण किया जा सके। यह कार्यक्रम रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में योगदान देता है, जिससे एक सच्चे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाए जाते हैं।