इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
आज संयुक्त कृषि निदेशक लखनऊ मंडल अनिल कुमार पाठक द्वारा कृषि फार्म भरोसवा, विकास खंड- मोहनलालगंज का निरीक्षण किया गया। गेहूं फसल के निरीक्षण के उपरांत फार्म इंचार्ज निलेश कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इसके उपरांत सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा योजना) के अंतर्गत ग्राम मंगटइया में तीन कृषकों के एक-एक एकड़ के गेहूं प्रदर्शन देखे गए जिसमें कृषक ने लाइन से बुवाई कर रखी थी।
चर्चा में कृषक द्वारा बताया गया कि गेहूं में पहली सिंचाई के बाद मेरे द्वारा खरपतवारनाशी का प्रयोग कर दिया गया है अब खेत में खरपतवार भी नष्ट हो गए हैं तथा टॉप ड्रेसिंग की यूरिया का प्रयोग कर दिया गया है संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा कृषक को अगली टॉप ड्रेसिंग में नैनो यूरिया का छिड़काव करने हेतु प्रेरित किया गया। इसके बाद विकासखंड सरोजिनी नगर के ग्राम-माती में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत लाइन से बुवाई गेहूं क्लस्टर प्रदर्शन का निरीक्षण किया गया।जिसमें कृषकों ने लाइन से बुवाई कर रखी थी खेत में पहले से ही खरपतवारनाशी के प्रयोग से खरपतवार नष्ट हो गए थे फसल बहुत अच्छी थी कृषकों ने नैनो यूरिया का छिड़काव भी कर रखा था। जिसका परिणाम भी अच्छा दिखा।
ग्राम में कुछ कृषकों को पूसा मस्टर्ड-32 सरसों के मिनी किट दिए गए थे उसका भी निरीक्षण किया गया फसल बहुत अच्छी थी जिसे देखकर संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा कृषकों की मेहनत की प्रशंसा की गई। साथ ही जनपद लखनऊ में संचालित जन सेवा केंद्रों का औचक निरीक्षण संयुक्त कृषि निदेशक लखनऊ मंडल लखनऊ एवं जनपद लखनऊ के उप कृषि निदेशक अनिल कुमार यादव द्वारा किया गया जिसमें ओम साईं जन सेवा केंद्र,सिसेंडी, शिवम यादव जन सेवा केंद्र भौदरी,सौरभ जन सेवा केंद्र, सिसेंडी,जितेंद्र सोनी जन सेवा केंद्र ,दखिनाशेखपुर, शमशेर कुमार जन सेवा केंद्र, भावा खेड़ा,कृपा शंकर वर्मा जन सेवा केंद्र, निगोहा के लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई है। कुल 300 जन सेवा केंद्र निष्क्रिय हैं जिनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के समय जनपद लखनऊ के उप कृषि निदेशक अनिल कुमार यादव, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के सलाहकार सुरेश कुमार राजपूत,सहायक विकास अधिकारी कृषि मोहनलालगंज ,सोमनाथ यादव ,सहायक विकास अधिकारी कृषि सरोजिनी नगर रामगोपाल द्विवेदी, अभिषेक द्विवेदी, तकनीकी सहायक सचेंद्र कुमार सिंह,महेंद्र सिंह के अतिरिक्त लगभग गेहूं प्रदर्शन वाले 15 कृषक भ्रमण के समय उपस्थित रहे। जिन्हें आवश्यक कृषि तकनीकी के बारे में जानकारी दी गई।