नोएडा के स्कूलों में 5.80 करोड़ रुपये के बकाया बिजली बिल आने से जिला शिक्षा विभाग हैरान है। बकाया बिजली बिल की इतनी बड़ी रकम आने के बाद विभाग ने संदेह जताते हुए जांच करना शुरू कर दिया है। विभाग ने जिला के सभी विद्यालयों से बिजली बिल का ब्यौरा मांगा है। शिक्षा विभाग ने विद्युत निगम पर अतिरिक्त बिजली बिल भेजने का आरोप लगाया है। विद्युत विभाग के द्वारा बकाया बिजली बिल के एवज में जिला के कुछ स्कूलों में विद्युत आपूर्ति ठप कर दी गई थी, जिसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उन्हें पत्र लिखकर फिर से बिजली आपूर्ति करने का कहा।
आंकडो़ के मुताबिक, जिला में बेसिक शिक्षा विभाग के कुल 570 विद्यालय हैं, जिसमें नोएडा पावर कंपनी 170 स्कूलों को पावर सप्लाई करती है। जबकि, अन्य सभी स्कूलों में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड विद्युत आपूर्ति करती है। दोनों ने बेसिक शिक्षा विभाग को कई वर्षों का बकाया बिजली भेजा है। एनपीसीएल ने जहां 1.50 करोड़ रुपये बकाया बिजली बिल भेजा है, वहीं यूपीसीएल ने 4.30 करोड़ रुपये का बिजली बिल भेजा है।
बता दें कि बिजली बिल जमा न होने के कारण कंपनियां स्कूलों की बिजली सप्लाई रोक रही है। इनमें से कुछ विद्यालयों में बिजली कनेक्शन कट कर दी गयी है। इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग परेशान है। शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने कहा कि जब स्कूलों में सिर्फ लाइट और पंखा चलता है, वो भी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक, इसके बाद भी इतना बिजली बिल कैसे आ जाएगा? कंपनियां बिल पर इंट्रेस्ट वसूल रही है। सभी स्कूलों से बिजली बिल आ जाने के बाद विद्युत विभाग से मिले रिकाॅर्ड का मिलान किया जाएगा।