राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विपक्षी गठबंधन 'I.N.D.I.A.' की चौथी बैठक हुई, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और दिल्ली के उनके समकक्ष अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए प्रस्तावित किया.
कांग्रेस अध्यक्ष यह कहते हुए इनकार कर दिया कि पहले चुनाव जीतना जरूरी है. बीजेपी ने इस घटनाक्रम पर तंज कसते हुए कहा है वो चुनकर ही नहीं आएंगे.
कांग्रेस ने X हैंडल के जरिए बताया कि ईवीएम को लेकर इंडिया गठबंधन की ओर से प्रस्ताव पारित किया गया है. कांग्रेस ने बताया, ''इंडिया की पार्टियों ने ईवीएम के डिजाइन और संचालन से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवालों को लेकर चुनाव आयोग को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है. दुर्भाग्य से चुनाव आयोग ने इस ज्ञापन पर इंडिया के प्रतिनिधिमंडल से मिलने में रुचि नहीं दिखाई.
बयान में कहा गया, ''इंडिया की पार्टियां दोहराती है कि ईवीएम की कार्यप्रणाली की पवित्रता पर कई तरह के संदेह हैं. इन्हें कई विशेषज्ञों और प्रोफेशनल्स ने भी उठाया है. हमारा सुझाव बेहद सरल और स्पष्ट है- वीवीपीएटी पर्ची को बॉक्स में गिराने के बजाय, इसे मतदाताओं को सौंप दिया जाना चाहिए. मतदाता अपने द्वारा चुने हुए विकल्प को सत्यापित करने के बाद इसे एक अलग मतपेटी में रख देगा. इसके बाद वीवीपीएटी पर्चियों की 100 प्रतिशत गणना की जानी चाहिए. ऐसा होने से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में लोगों का पूर्ण रूप से विश्वास बहाल होगा.''
गठबंधन की बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया से कहा, ''मंगलवार को गठबंधन की चौथी बैठक में 28 पार्टियों के नेता शामिल हुए. खुशी की बात है कि सभी ने एक होकर यह फैसला किया कि आगे किस तरह से मिलकर काम करना है.’’