प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 21 दिसंबर को कुवैत के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। यह चार दशक से भी अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा होगी। भारत से कुवैत की पिछली प्रधानमंत्री यात्रा 43 साल पहले हुई थी। वहीं, पीएम ने सितंबर में कुवैत के क्राउन प्रिंस से मुलाकात की थी।
इस यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि, "प्रधानमंत्री मोदी कुवैत के अमीर महामहिम शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर 21 और 22 दिसंबर को कुवैत का दौरा करेंगे। यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा है और इसलिए इसका बहुत महत्व है।"
वहीं, इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को बयान पैलेस में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और वह कुवैत के नेतृत्व के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे। विदेश सचिव ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी कुवैत के अमीर और कुवैत के क्राउन प्रिंस के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। कुवैत के प्रधानमंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। क्राउन प्रिंस प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे।"
कुवैती क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से करेंगे बातचीत
बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर कुवैत की यात्रा पर हैं। अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह से मुलाकात के अलावा प्रधानमंत्री मोदी कुवैती क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से भी बातचीत करेंगे। ये बैठकें दोनों पक्षों को व्यापार, निवेश, ऊर्जा, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संपर्क जैसे क्षेत्रों में संबंधों की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेंगी।
भारतीय कामगारों के शिविर का दौरा करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री का एक सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करने, एक श्रमिक शिविर का दौरा करने तथा कुवैत के अमीर के विशेष अतिथि के रूप में 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भाग लेने का भी कार्यक्रम है। चटर्जी ने कहा, "खाड़ी क्षेत्र के साथ भारत के संबंधों में बड़ा बदलाव आया है। माननीय प्रधानमंत्री ने खाड़ी देशों के साथ संबंधों को मजबूत और गहरा करने पर विशेष जोर दिया है।"
क्यों अहम है कुवैत दौरा?
कुवैत में भारतीय राजदूत आदर्श स्वैका ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से तीन महत्वपूर्ण तथ्यों के संदर्भ में: यह 43 वर्षों में कुवैत की पहली यात्रा है, एकमात्र खाड़ी देश जहां प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक यात्रा नहीं की है और एक दशक में यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। यह यात्रा बहुत खास बनाती है।"