साल 2024 की आखिरी मासिक शिवरात्रि पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को 30 दिसंबर को मनाई जाएगी। यह शिवरात्रि विशेष रूप से महादेव की उपासना का महत्व रखती है, और इस दिन विशेष रूप से शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को असीमित आशीर्वाद मिलता है। मासिक शिवरात्रि का पर्व महादेव की उपासना, व्रत, उपवासी रहकर पूजा अर्चना करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन शिव तांडव स्तोत्र का पाठ जरूर करें।
शिव तांडव स्तोत्र का पाठ
शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि इस दिन विशेष रूप से यह मनुष्य के जीवन में आने वाली सभी परेशानियों को समाप्त करने का कार्य करता है। रात्रि को उपवासी रहते हुए इस स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही जो लोग यह स्तोत्र श्रद्धा और भक्ति के साथ पढ़ते हैं, उनकी संतान सुख, स्वास्थ्य, और धन की कमी दूर होती है।
पूजा विधि
इस दिन शिवजी की पूजा में विशेष ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले शिवलिंग पर गंगा जल और ताजे फूल अर्पित करें। फिर दीपक जलाकर शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें और पूरी श्रद्धा से महादेव से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करें। इस दिन विशेष रूप से महामृत्युञ्जय मंत्र का जाप भी करना चाहिए, जो जीवन के सभी संकटों से मुक्ति दिलाने वाला है।