बिहार के समस्तीपुर के पूसा रोड निवासी एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। अतुल के छोटे भाई, विकास मोदी ने आरोप लगाया है कि मामले से जुड़े साक्ष्य को जानबूझकर मिटाया जा रहा है और मृत्यु से पहले के दस्तावेजों में छेड़छाड़ की जा रही है। विकास मोदी का कहना है कि इस पूरे मामले में गंभीर अनियमितताएं हैं और इस पर पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
छेड़छाड़ के आरोप, पुलिस की भूमिका पर सवाल
विकास मोदी का आरोप है कि अतुल द्वारा लिखे गए दस्तावेजों में अब गड़बड़ी की जा रही है और कुछ सामग्री हैक हो गई है। यह बात बेहद गंभीर है, खासकर जब पुलिस के पास अतुल के मोबाइल और लैपटॉप हैं। फिर भी दस्तावेजों में बदलाव कैसे हो रहा है, यह सवाल खड़ा हो गया है। पुलिस ने इन उपकरणों को जब्त किया था, लेकिन इसके बावजूद छेड़छाड़ के मामले सामने आ रहे हैं। यह पूरी घटना साइबर अपराध की ओर इशारा करती है।
पुलिस से दस्तावेज़ों की मांग
बेंगलुरु पुलिस ने विकास मोदी से अतुल और निकिता सिंघानिया के विवाह से संबंधित तस्वीरें और अतुल द्वारा लिखे गए दस्तावेज की मांग की थी। पुलिस का कहना था कि इन दस्तावेजों से लिखावट का मिलान किया जाएगा। विकास मोदी ने इन दस्तावेजों को पुलिस को भेज दिया, लेकिन फिर भी मामले में कोई नई जानकारी सामने नहीं आई।
चार वर्षीय व्योम मोदी गुमशुदा
विकास मोदी ने बेंगलुरु पुलिस से कहा कि उनकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन चार वर्षीय व्योम मोदी का कोई पता नहीं चल रहा। परिवार इस बात को लेकर चिंतित है कि क्या व्योम के साथ भी कुछ अनहोनी हो गई है। पुलिस ने बताया कि बच्चे की बरामदगी के लिए छापेमारी जारी है और वे इस मामले में सक्रिय हैं।
सरकारी हस्तक्षेप और परिवार का आक्रोश
पवन मोदी ने भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मानवाधिकार आयोग को एक ईमेल भेजकर अपने पोते, व्योम मोदी की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने अपनी चिंताओं का इज़हार किया और अपील की कि उनके पोते को सुरक्षित कस्टडी में दिलाया जाए।
अतुल सुभाष की पत्नी से लगातार पूछताछ हो रही है, और वह अपनी सफाई देने में लगी हुई हैं। अतुल के निधन के कारण उनकी मां अंजू मोदी की तबीयत भी खराब हो रही है और डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें इलाज दिया जा रहा है।
सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता राम सुमिरन सिंह ने पवन मोदी के घर आकर परिवार को सांत्वना दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसी दिन, अतुल सुभाष की याद में गोल्डेन पब्लिक स्कूल के प्राचार्य राकेश वर्मा की अगुवाई में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अतुल सुभाष का यह दुखद घटना परिवार के लिए एक बड़ा झटका है और वे अब भी न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं।