उत्तर प्रदेश के वाराणसी एटीएस और रानी की सराय थाना पुलिस की टीम अवैध टेलीफोन नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हस्सान अहमद को गिरफ्तार किया है, जो अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में बदलकर सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचा रहा था। यह गिरफ्तारी आजमगढ़ जिले के कोटिला गांव से हुई।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कोटिला गांव में एक अवैध टेलीफोन एक्सचेंज सिम बॉक्स के जरिए संचालित हो रहा है। जांच में सामने आया कि आरोपी वीओआईपी कॉल्स को स्थानीय कॉल्स में बदलकर कॉल करने वालों की पहचान छिपा देता था। इससे उन कॉल्स को ट्रेस कर पाना मुश्किल हो जाता था।
बता दें कि, पुलिस ने 22 अप्रैल 2025 की सुबह करीब 11:50 बजे आरोपी हस्सान अहमद के घर पर छापा मारा। तलाशी में चार सिम बॉक्स, तीन मॉडम, चार कीपैड मोबाइल, दो एंड्रॉइड फोन, दो लैपटॉप और 269 मोबाइल सिम कार्ड बरामद किए गए।
पूछताछ में हस्सान अहमद ने बताया कि उसने 2017 में मुंबई में शहजाद नामक व्यक्ति से संपर्क किया था। 2023 में शहजाद ने उसे सिम बॉक्स और अन्य उपकरण भेजे और उसे इनका इस्तेमाल सिखाया। शहजाद ही समय-समय पर यूपीआई के जरिए पैसे भेजता था। सिम बॉक्स की आईडी, पासवर्ड और आईपी एड्रेस भी शहजाद द्वारा प्रदान किए गए थे।
हस्सान ने माना कि वह जानता था कि इस तकनीक के ज़रिए कॉल करने वाले की पहचान छिप जाती है और इसी वजह से उसे अधिक पैसे मिलते थे। इस तकनीक का प्रयोग कर वह सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने का काम कर रहा था।
हस्सान अहमद ने कोटिल बाजार और मुंबई में ट्रेवल्स एजेंसी के नाम से कारोबार शुरू किया था, लेकिन असल में इसी एजेंसी की आड़ में वह सिम बॉक्स का संचालन कर रहा था और अवैध कॉलिंग नेटवर्क चला रहा था।
वहीं, इस घटना को लेकर एसएसपी आजमगढ़ हेमराज मीना ने बताया कि आरोपी अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में बदल कर सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा था। इस गंभीर मामले की तह तक जाने के लिए आगे की जांच जारी है।