जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी के एक ट्वीट के बाद बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. वहीं अशोक चौधरी के ट्वीट पर अब उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि अशोक चौधरी का ट्वीट बहुत ही आपत्तिजनक है.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, नीतीश कुमार की उम्र से क्या लेना देना है? नीतीश कुमार का योगदान बिहार के लिए इतना शानदार रहा है कि हमेशा उनको इतिहास याद रखेगा. कुशवाहा ने कहा कि आज भी हर तरह से रात-दिन बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार काम कर रहे हैं. उनके बारे में उम्र का हवाला देकर कोई व्यक्ति इस तरह से तंज कसे तो यह बिल्कुल गलत है. व्यक्तिगत रूप से मुझे तो काफी आपत्तिजनक लगता है.
उन्होंने कहा कि, अशोक चौधरी बाद में जो सफाई दे रहे हैं हमने उसको भी देखा. कोई सफाई का मतलब नहीं है. तीर कमान से और बात जुबान से निकल जाती है तो सफाई देने का क्या मतलब है? उन्होंने जो कुछ भी कहा वह लोगों के सामने है. नीतीश कुमार ने पहले भी बिहार का विकास किया है और आगे भी रात दिन मेहनत कर रहे हैं. इस तरह से कोई नीतीश कुमार पर तंज कसे तो मेरे जैसा आदमी तो कभी समर्थन नहीं करेगा.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अब देखिए किस वजह से उनकी बेचैनी बढ़ी है ये तो वही जानेंगे. उसी पार्टी को बनाने में तो शुरुआती दौर में उनका (अशोक चौधरी) तो कोई योगदान रहा ही नहीं है. नीतीश कुमार उस पार्टी के सब कुछ हैं. नीतीश कुमार की इच्छा है वह जिस तरह से चाहें पार्टी चलाएं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से इस तरीके की बात नीतीश कुमार के प्रति कोई करे तो हम तो कहीं से उचित नहीं कहेंगे.
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपने पार्टी के नेता और मंत्री के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि इस प्रकार का हमला कतई सहन नहीं किया जायेगा.बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर बिहार किसी का नाम लिए एक कविता शेयर किया है.
अशोक चौधरी ने ट्वीट कर क्या लिखा?
अशोक चौधरी ने लिखा है कि ‘बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए.एक दो बार समझाने से यदि कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना, छोड़ दीजिए.बच्चे बड़े होने पर वो ख़ुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना, छोड़ दीजिए.गिने चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, यदि एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें,छोड़ दीजिए.एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना,छोड़ दीजिए.अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना,छोड़ दीजिए.यदि इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना,छोड़ दीजिए.हर किसी का पद, कद, मद, सब अलग है इसलिए तुलना करना,छोड़ दीजिए.बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना,छोड़ दीजिए.उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे, यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना,छोड दीजिए.