भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनग एंग हेन ने आज यानी मंगलवार को नई दिल्ली में छठे भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्री स्तरीय संवाद की सह-अध्यक्षता की। दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा के लिए साझा दृष्टिकोण के आधार पर गहरे और दीर्घकालिक द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मान्यता दी।
इस बैठक का महत्व भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति के एक दशक पूरे होने के संदर्भ में है, जिसमें सिंगापुर ने आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने और क्षेत्र के देशों के साथ रणनीतिक संबंध विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। पिछले वर्षों में दोनों देशों की सशस्त्र सेनाओं के बीच नियमित संवाद होते रहे हैं।
2025 में भारत और सिंगापुर के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर, दोनों मंत्रियों ने रक्षा सहयोग को और बढ़ाने और नए उपलब्धियों की प्राप्ति के लिए सहमति व्यक्त की। उन्होंने संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण के द्विपक्षीय समझौते को अगले पांच वर्षों के लिए बढ़ाने पर भी सहमति दी।
दोनों देशों ने रक्षा उपकरणों के सह-विकास और सह-निर्माण के लिए प्राकृतिक साझेदार के रूप में पहचानते हुए उद्योग सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें स्वचालन और AI जैसे विशेष क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं की खोज भी शामिल है। इसके अलावा, मंत्रियों ने उभरते क्षेत्रों जैसे साइबर सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया।