केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी रविवार को कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश भूमि सीमा पार पर नवनिर्मित यात्री टर्मिनल और कार्गो गेट का उद्घाटन करेंगे।
बता दें कि, पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह है और भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार और वाणिज्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है। पेट्रापोल (भारत)-बेनापोल (बांग्लादेश) व्यापार और यात्री यातायात दोनों के मामले में भारत-बांग्लादेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमि सीमा क्रॉसिंग में से एक है।
पेट्रापोल-बेनापोल व्यापार के लिए काफी महत्वपूर्ण
पेट्रापोल-बेनापोल (बांग्लादेश) सीमा बांग्लादेश सीमा पर सबसे व्यस्त भूमि बंदरगाहों में से एक है क्योंकि दोनों देशों के बीच लगभग 70% व्यापार यहीं होता है। मिली जानकारी के अनुसार, 20-25 अक्टूबर तक, लगभग 2,635 ट्रक भूमि बंदरगाह से गुजरे। भारत से ट्रकों की संख्या 1,776 थी, जबकि बांग्लादेश से ट्रकों की संख्या 859 थी।
बांग्लादेश में 5 अगस्त को सरकार बदलने से पहले सीमा पर रोजाना करीब 600-700 ट्रकों की आवाजाही होती थी. 5 अगस्त से 8 अगस्त तक, बांग्लादेश की पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना के भारत भागने के तुरंत बाद, पेट्रापोल, अगरतला, डावकी, श्रीमतपुर और सुतारकांडी से गुजरने वाले ट्रकों की संख्या 277 थी। जबकि 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक यह संख्या काफी बढ़कर 1,028 हो गई थी।
पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह
इसको लेकर गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि, मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि व्यापार अपनी नियमित गति पर वापस आ गया है। इसी अवधि के दौरान सात भूमि बंदरगाहों - पेट्रापोल, अगरतला, डावकी, श्रीमंतपुर, सुतारकांडी, गोलकगंज और मनकाचर - पर कार्गो आवाजाही की कुल संख्या 6,169 थी।
पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह है और भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार और वाणिज्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है। यह भारत का आठवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय आव्रजन बंदरगाह भी है, और भारत और बांग्लादेश के बीच सालाना 23.5 लाख से अधिक यात्रियों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करता है।
बंगाल में भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे शाह
इसके बाद गृह मंत्री हुगली जिले के आरामबाग भी जाएंगे, जहां वह सहकारिता विभाग के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। रविवार को शाह कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में बीजेपी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे। जानकारी के मुताबिक, इस बार बीजेपी ने बंगाल में एक करोड़ प्राथमिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। अन्य राज्यों में सदस्यता अभियान शुरू हो गया है, लेकिन आरजी टैक्स घोटाले के कारण बंगाल में शुरू नहीं हो सका।