धर्म योद्धा श्री सुरेश चव्हाणके जी आज यानी 22 अक्टूबर को 'शिव प्रेरणा यात्रा' के छठवें दिन महाराष्ट्र के कोल्हापुर पहुंचे. इस दौरान सकल हिंदू समाज ने श्री सुरेश चव्हाणके जी का भव्य स्वागत किया. इसके बाद चव्हाणके जी के साथ कोल्हापुर के हिंदू समाज के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र को घुसपैठियों से मुक्त कराने का संकल्प लिया. वहीं, लोगों ने जनता NRC आंदोलन का खुलकर समर्थन भी किया. उन्होंने कोल्हापुर के आम जन को 'घुसपैठिया मुक्त महाराष्ट्र’ की शपथ भी दिलाई.
जानकारी के लिए बता दें कि धर्म योद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी ने इससे पहले कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में पूजा-पाठ किया. उन्होंने कहा कि 10 लाख से अधिक घुसपैठिए हमारी मातृभूमि पर कब्जा कर बैठे हैं, और हम चुप हैं.चव्हाणके जी ने आगे कहा कि हम अपनी जमीन के लिए अपने ही भाइयों से लड़ते हैं, लेकिन भारत के लिए नहीं लड़ते हैं.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश स्पष्ट है 25 मार्च 1971 के बाद जो भी आया वो घुसपैठिया है, चाहे उसने यहां कितनी भी पीढ़ियां गुजार दी हों... हमारे टैक्स से इन्हें क्यों पाला जा रहा है? धर्म योद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि भारत को इन घुसपैठियों से मुक्त किया जाए.
वहीं, शिवप्रेरणा यात्रा के प्रथम चरण के दौरान धर्मयोद्धा श्री सुरेश चव्हाणके जी पश्चिमी महाराष्ट्र के नगरों और गांवों की यात्रा कर के लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें महाराष्ट्र को घुसपैठियों मुक्त करने के लिए जागरूक कर रहे हैं.
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र हिंदुओं की कम हो रही जनसंख्या की दृष्टि से खतरे में है. उन्होंने वहां से कहा कि, "मैं भारत सरकार के सामने कुछ मांग रखता हूं कि, जो हिंदू भारत आना चाहते हैं, उन्हें अनुमति मिलें और CAA कानून में बदलाव हो. वक्फ बोर्ड को बर्खास्त किया जाए, NRC को लागू किया जाए, नहीं तो जनता खुद करेगी. भारत से 10 करोड़ घुसपैठियों को बाहर निकाल जाए. जिसमें भारत के मुसलमानों को साथ देना चाहिए. इसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए."
'घुसपैठिया मुक्त महाराष्ट्र’ के संकल्प के साथ शिव प्रेरणा यात्रा में धर्मयोद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी ने सकल हिंदू समाज का मार्गदर्शन किया...