प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुयाना की संसद के विशेष सत्र को गुरुवार को संबोधित किया। PM मोदी ने कहा कि, "गयाना ने मुझे कल ही सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यहां के सभी नागरिकों को बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं यह सम्मान भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि, भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता... मिट्टी का है, पसीना का है, परिश्रम का है।
मानवता और लोकतंत्र पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, आज विश्व के सामने आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है- Democracy First, Humanity First. Democracy First की भावना हमें सिखातीहै कि सबको साथ लेकर चलो, सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो।
Humanity First की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है। जब Humanity First को निर्णयों का आधार बनाते हैं तो नतीजे भी मानवता के हित करने वाले ही होते हैं। Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो, सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनाती है।
PM मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि, "दुनिया के लिए यह समय conflict का नहीं है, यह समय conflict पैदा करने वाली कंडिशंस को पहचानने और उनको दूर करने का है।"
उन्होंने कहा, आज टेररिज्म, ड्रग्स, साइबर क्राइम... ऐसी कितनी भी चुनौतियां हैं जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे।
गुयाना की संसद से प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि, "एक INCLUSIVE SOCIETY के निर्माण में DEMOCRACY से बड़ा कोई माध्यम नहीं। DEMOCRACY हमारे DNA में है, हमारे VISION में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।
इसलिए जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपने G20 प्रेसिडेंसी के दौरान one earth, one family, one future का मंत्र दिया।"
उन्होंने बताया कि, जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने one earth, one health का संदेश दिया।
आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम FIRST RESPONDER बनकर वहां पहुंचे।
PM मोदी ने कहा, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम RESOURCES पर कब्जे की, RESOURCES को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं।
आज भारत हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है, शांति के पक्ष में खड़ा है। इसी भावना के साथ आज भारत ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है।
मोदी ने कहा कि, G20 समिट के दौरान भारत ने वीमेन लेड डेवलपमेंट को एक बड़ा एजेंडा बनाया था। भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है।
भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं उनमें से सिर्फ 5 प्रतिशत महिलाएं है, जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं उनमें से 15 प्रतिशत महिलाएं हैं।