भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे संयुक्त सैन्य अभ्यास "ऑस्ट्राहाइंड 2024" का समापन आज पुणे के औंध स्थित विदेशी प्रशिक्षण केंद्र में हुआ। समापन समारोह में 36 रैपिड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल केटीजी कृष्णन और ऑस्ट्रेलियाई सेना की दूसरी डिवीजन के कमांडर मेजर जनरल डेविड थोमाए उपस्थित रहे।
दोनों अधिकारियों ने जवानों को संबोधित किया और उनके प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन और द्विपक्षीय सैन्य संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों की सराहना की।
8 नवंबर से 20 नवंबर तक चला गहन प्रशिक्षण
यह अभ्यास 8 नवंबर 2024 को शुरू हुआ और दो सप्ताह तक चला। इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और पारस्परिक समझ को बढ़ाना था। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, सैनिकों ने एक-दूसरे के सर्वोत्तम अभ्यासों से सीखने पर जोर दिया।
19-20 नवंबर को हुआ वैलिडेशन अभ्यास
19 से 20 नवंबर के बीच वैलिडेशन अभ्यास के दौरान, भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों ने एक अर्ध-शहरी क्षेत्र में विद्रोही ताकतों के खिलाफ संयुक्त सिम्युलेटेड ऑपरेशन किए। इस दौरान कई महत्वपूर्ण गतिविधियां की गईं, जैसे:
अस्थायी ऑपरेटिंग बेस की स्थापना
खुफिया, निगरानी और टोही ग्रिड का गठन
हेलीकॉप्टर द्वारा सैनिकों की तैनाती
छापेमारी और बंधक बचाव अभियान
इन अभ्यासों ने सैनिकों की सामरिक क्षमता और टीम वर्क को मजबूती प्रदान की।
भारत-ऑस्ट्रेलिया सैन्य संबंधों में मील का पत्थर
ऑस्ट्राहाइंड 2024 ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के सैन्य संबंधों को नई ऊंचाई दी। यह अभ्यास दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग को दर्शाता है। साथ ही, यह वैश्विक शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।