उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के लिए नौ विधानसभा सीटों का ऐलान किया गया है, जबकि कुल दस सीटें खाली थीं। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं होने का निर्णय लिया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि मिल्कीपुर सीट पर चुनाव न कराने का कारण एक लंबित चुनाव याचिका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन सीटों पर चुनाव की तारीखें निर्धारित नहीं की गई हैं, उनके मामले अदालत में विचाराधीन हैं।
आयोग के अनुसार, 13 नवंबर को 47 विधानसभा क्षेत्रों और एक संसदीय क्षेत्र (वायनाड) के लिए उपचुनाव होंगे। इसके अलावा, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे। सभी उपचुनाव के नतीजे 20 नवंबर को विधानसभा चुनावों के साथ घोषित किए जाएंगे।
मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा न होने से राजनीतिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने सवाल उठाया है कि क्या चुनाव आयोग और भाजपा इस सीट पर उपचुनाव को मध्यावधि चुनाव के साथ आयोजित करेंगे।
राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपचुनाव की जानकारी दी। उन्होंने पुनः स्पष्ट किया कि जिन सीटों पर चुनाव की तारीखें निर्धारित नहीं की गई हैं, वहां मामले अदालत में हैं। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पहले अवधेश प्रसाद के पास थी, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए इस सीट से इस्तीफा दिया था।