बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज यानी गुरुवार से नौ दिवसीय पदयात्रा शुरू की है। यह पदयात्रा बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के दर्शन एवं राष्ट्रध्वज व भगवां ध्वज फहराकर प्रारंभ की गई है। राष्ट्रगान के बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया। पदयात्रा का उद्देश्य न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ावा देना है, बल्कि हिन्दू समाज में व्याप्त जाति भेदभाव, छुआछूत और सामाजिक विषमताओं को समाप्त करना भी है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर 160 किमी तक चलने वाली इस पदयात्रा में पैदल ही निकले हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा को लेकर भी चार स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री चलेंगे 160km पैदल
बता दें कि पहले दिन यह पदयात्रा 20 किमी चलेगी। फिर छतरपुर, नौगांव, निवाड़ी, मऊरानीपुर होते हुए 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर पहुंचेगी। पदयात्रा की शुरुआत के अवसर पर बागेश्वर धाम के श्रद्धालु भारी संख्या में एकत्रित हुए। इस यात्रा में भाग लेने वाले लोगों को पंडित शास्त्री ने समाजिक समरसता और एकजुटता का संदेश दिया। उनका मानना है कि हिन्दू धर्म का असली उद्देश्य मानवता की सेवा करना और समाज में सबके लिए समान अवसर और सम्मान सुनिश्चित करना है। इस यात्रा के जरिए वह लोगों को यह समझाना चाहते हैं कि धर्म केवल पूजा पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन के सभी पहलुओं में समानता और प्रेम का संदेश देता है।
सुरक्षा को लेकर किए विशेष प्रबंध
पदयात्रा की सुरक्षा को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चार स्तरीय सुरक्षा घेरे का निर्माण किया गया है। यात्रा के दौरान पुलिस बल और निजी सुरक्षा गार्ड्स की तैनाती की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अतिरिक्त, यात्रा के मार्ग पर मेडिकल टीम और जरूरी साधन भी तैनात किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।
इस नौ दिवसीय पदयात्रा की समाप्ति पर पंडित शास्त्री विशेष धार्मिक आयोजन करेंगे, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होने की संभावना है। इस यात्रा के माध्यम से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने समाज में धार्मिक एकता, जातिवाद के खिलाफ और समरसता के प्रचार के लिए एक नया कदम उठाया है, जो निश्चित ही हिन्दू समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की ओर एक महत्वपूर्ण पहल है।
जानें कहां-कहां जाएंगे पंडित धीरेंद्र शास्त्री
22 नवंबर की सुबह यह पदयात्रा कदारी से प्रारंभ होकर गठेवरा पहुंचेगी, जहां पदयात्रियों को दोपहर भोजन कराया जाएगा। ये यात्रा 22 को दिन भर छतरपुर शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरेगी। 22 नवंबर की शाम यह पदयात्रा बस स्टैं होते हुए नौगांव रोड के पेप्टेक टाउन में पहुंचेगी जहां रात्रि भोजन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम व बागेश्वर महाराज के प्रवचन होंगे।
23 नवंबर को नौगांव के शांति कॉलेज में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया है, जिसमें देश के अनेक राष्ट्रवादी कवियों के साथ-साथ कुमार विश्वास व भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह सम्मिलित होंगी।
24 नवंबर को देवरी रेस्टहाउस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बुन्देली गायिका कविता शर्मा एवं जानी-मानी गायिका अंजली द्विवेदी प्रस्तुति देंगी।
25 नवंबर को मऊरानीपुर में संजय दत्त, पहलवान खली, कॉमेडियन श्याम रंगीला और वीआईपी अपनी प्रस्तुति देंगे।
26 को गुजरात के लोकगायक कीर्तिदान गढ़वी में,
27 को कन्हैया मित्तल यात्रा में शामिल होंगे। इसके अलावा अनेक कलाकारों की स्वीकृति आना शेष है।