तेल और प्राकृतिक गैस के भंडारों से समृद्ध सऊदी अरब को अब एक और खजाना मिला है। देश के समुद्री इलाकों में लिथियम का विशाल भंडार पाया गया है। सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको ने इस लिथियम का खनन शुरू कर दिया है, जो एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब के साथ अन्य अंतरराष्ट्रीय तेल कंपनियां, जैसे एक्सॉन मोबिल और ऑक्सिडेंटल पेट्रोलियम (OXY.N), भी लिथियम के खनन में रुचि दिखा रही हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते उपयोग के बीच लिथियम का महत्व
सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था दशकों से तेल पर निर्भर रही है, लेकिन अब दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण लिथियम की मांग में भी तेजी आ रही है। भारत समेत कई देशों में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दी जा रही है, ऐसे में लिथियम का खजाना सऊदी अरब के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।
सऊदी सरकार का लिथियम खनन को बढ़ावा देने का कदम
सऊदी अरब के खनन मामलों के डिप्टी मिनिस्टर खालिद बिन सालेह अल-मुदैफर ने कहा है कि देश जल्द ही लिथियम खनन को बढ़ावा देने के लिए एक कमर्शियल पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेगा। यह कदम देश के लिए आर्थिक दृष्टि से लाभकारी साबित हो सकता है, विशेष रूप से अगर लिथियम की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती हैं।
लिथियम: भविष्य का खजाना
लिथियम को "सफेद सोना" और "आधुनिक तेल" के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक बैटरियों, विशेष रूप से मोबाइल, लैपटॉप और इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों में होता है। चूंकि जीवाश्म ईंधन के स्रोत घटते जा रहे हैं, वैज्ञानिक तेजी से वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की तलाश में हैं, और लिथियम इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
भारत में भी मिला लिथियम का खजाना
भारत में भी लिथियम का भंडार पाया गया है। जम्मू-कश्मीर में भारतीय जियोलॉजिकल सर्वे द्वारा 59 लाख टन लिथियम भंडार की पुष्टि की गई है, जिसकी कीमत अरबों रुपये में है। यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जो ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत के रूप में लिथियम की बढ़ती भूमिका को साबित करता है।
रिन्यूएबल एनर्जी और लिथियम की बैटरियों का भविष्य
लिथियम आधारित आयन बैटरियों की मदद से रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर किया जा सकता है। ये बैटरियां रिचार्जेबल होती हैं और इनकी लाइफ भी लंबी होती है, जिससे ऊर्जा के भविष्य को लेकर उम्मीदें बढ़ रही हैं।