बिहार के लखीसराय में रिश्तों की आड़ में छिपा एक गहरा फरेब सामने आया है। एक हिंदू महिला ने अपने मुस्लिम पति के खिलाफ यौन शोषण, मारपीट, धर्म परिवर्तन के दबाव और मानसिक प्रताड़ना जैसे गम्भीर आरोपों से भूचाल ला दिया है। शिक्षा विभाग में BPM पद पर कार्यरत इस महिला ने पूरे ज़िले को चौंकाते हुए पति की असलियत उजागर की है, जो खुद शिक्षा विभाग में ही क्लर्क की भूमिका में है। पीड़िता ने शनिवार (19 अप्रैल 2025) को शिकायत दर्ज कराई है।
पीड़िता का कहना है कि पति लगातार उसे इस्लाम अपनाने, गौमांस खाने और नमाज पढ़ने के लिए मजबूर करता था। विरोध करने पर उसे ना सिर्फ गालियां दी जाती थीं, बल्कि शारीरिक संबंध के लिए दोस्त के साथ भेजने की भी घिनौनी मांग की गई।
निकाह के 11 साल बाद फूटा सब्र
जब महिला ने पति के जिद से इनकार किया, तो उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसे बुरी तरह पीटा और कपड़े तक फाड़ डाले। साथ ही उसका दावा है कि बच्चे तक को प्रताड़ित किया जाता है। महिला ने बताया कि 7 मार्च 2014 को समस्तीपुर की जामा मस्जिद में 5 गवाहों की मौजूदगी में निकाह हुआ था। लेकिन अब वह इस रिश्ते की सच्चाई सामने लाने के लिए मजबूर हो गई है। FIR दर्ज करवाई जा चुकी है और महिला का कहना है कि उसका 9 वर्षीय बेटा भी पति की हिंसा का शिकार होता रहा है।
वहीं आरोपी पति ने खुद पर लगे आरोपों को झूठ और साजिश बताया है। उसका दावा है कि शादी आपसी सहमति से हुई थी, लेकिन पत्नी अब उसकी संपत्ति पर नजर गड़ाए बैठी है और जब उसने मना किया तो यह पूरा ड्रामा रचा गया। एसपी अजय कुमार का बयान आया है कि पुलिस इस पूरे विवाद की गहराई से जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में यह मामला पति-पत्नी के बीच के झगड़े और संपत्ति विवाद से जुड़ा लगता है।