समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने दुष्कर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। गुरुवार (17 अप्रैल 2025) की रात को एक दलित किशोरी के साथ उसके गांव में ही दुष्कर्म हुआ। वहीं इसी कड़ी में रविवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे रामजीलाल सुमन ने इस घटना को लेकर यह कह दिया कि मामला इतना बड़ा नहीं है। यह घटना रविवार ( 20 अप्रैल 2025) की है, वहीं बच्ची के साथ दुष्कर्म गुरुवार (17 अप्रैल 2025) को हुई है।
यह मामला उत्तर प्रदेश के आगरा के खैरागढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव की है, जहां गुरुवार (17 अप्रैल 2025) की रात को एक दलित किशोरी के साथ उसके गांव में ही दुष्कर्म हादसा हुआ। पीड़िता के पिता किसी समारोह में गए हुए थे, तभी गांव का युवक ओमवीर लोधी रात के करीब डेढ़ बजे बच्ची को घर के बाहर से उठाकर ले गया। कुछ दूरी पर ले जाकर उसने बालिका के साथ दुष्कर्म किया।
इस मामले के बाद सियासत गरमा गई। शनिवार को भाजपा सांसद राजकुमार चाहर, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रामनाथ सिंह सिरकवार, भीम आर्मी, रॉयल वाल्मीकि आर्मी और भाकियू के प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
मामला बढ़ने के बाद पुलिस ने भी तेज़ी दिखाई सीसीटीवी फुटेज की सहायता से आरोपी की पहचान की और रविवार ( 20 अप्रैल 2025) को आरोपी को फतेहपुर सीकरी से गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, रविवार ( 20 अप्रैल 2025) को समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन भी पार्टी नेताओं के साथ पीड़ित के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़िता के परिजनों से निजी बातचीत की और इसके बाद मीडिया से बातचीत में प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "आज प्रदेश में दलित समाज को लगातार दबाया जा रहा है। कहीं बारातें रोकी जा रही हैं तो कहीं बाबासाहेब की मूर्तियाँ तोड़ी जा रही हैं।"
जब मीडिया ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की संभावित यात्रा को लेकर सवाल किया, तो रामजीलाल सुमन ने विवादित बयान देते हुए कहा, "बच्चों जैसी बात मत करो। यह इतना बड़ा मामला नहीं है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को आने की जरूरत नहीं है। हम से जो बन पड़ेगा मदद करेंगे, परिवार हमारे संपर्क में रहेगा।"
सांसद के इस बयान का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है और लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। विपक्षी दलों ने इस बयान को अमानवीय और असंवेदनशील करार दिया है। दलित संगठनों ने भी इस पर नाराज़गी जताई है।