मुंबई पुलिस ने आज यानी मंगलवार सुबह अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले की घटना का सीन रीक्रिएट किया। इस प्रक्रिया में यह समझने की कोशिश की गई कि आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद ने हमला कैसे किया, सैफ के घर में कैसे दाखिल हुआ, और कैसे वह छोटे बेटे जहांगीर के बेडरूम तक पहुंचा। इसके अलावा, पुलिस ने यह भी जांचा कि आरोपी हमले के बाद कैसे घटनास्थल से बाहर गया।
सीन रीक्रिएट और फॉरेंसिक जांच
रात करीब 1:15 बजे पुलिस ने आरोपी को लॉकअप से बाहर निकाला और सबसे पहले बांद्रा स्टेशन पहुंची। फिर तड़के 3-4 बजे के बीच उसे सैफ अली खान के अपार्टमेंट की सोसायटी में ले जाया गया। आरोपी को वही कपड़े पहनाए गए, जो उसने घटना के दौरान पहने थे।
फॉरेंसिक टीम ने सैफ के घर की गहन जांच की और बाथरूम की खिड़की, शाफ्ट और सीढ़ियों से कुल 19 फिंगरप्रिंट एकत्र किए। पुलिस का मानना है कि आरोपी बाथरूम की खिड़की से घर में घुसा और हमले के बाद यहीं से बाहर निकला।
हमला और सैफ की स्थिति
सैफ अली खान पर 15 जनवरी की रात करीब 2 बजे हमला किया गया था, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई थीं, खासकर रीढ़ और गर्दन पर। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सैफ को आज अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। इस मामले में आरोपी को पुलिस ने 19 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम को 19 जनवरी की रात गिरफ्तार किया था। जांच में यह पता चला कि शरीफुल बांग्लादेश में एक कुश्ती खिलाड़ी था और वह पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है। पुलिस के अनुसार, आरोपी 16 जनवरी की सुबह चोरी के उद्देश्य से सैफ के अपार्टमेंट में घुसा था। वह इमारत की आठवीं मंजिल तक सीढ़ियों से पहुंचा और फिर एक पाइप की मदद से 12वीं मंजिल तक चढ़ा, जहां से उसने सैफ के फ्लैट में घुसने के लिए बाथरूम की खिड़की का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी?
1. बांद्रा से दादर तक का रास्ता: सैफ पर हमले के बाद, आरोपी शरीफुल बांद्रा के एक बस स्टॉप पर सोया और फिर कपड़े बदलकर दादर गया, जहां उसने हेयर कट लिया।
2. वर्ली की ओर रुख: बाद में, आरोपी ने एक दुकान से हेडफोन खरीदा और फिर वर्ली कोलीवाड़ा पहुंचा। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए उसने हमले की जानकारी पाई और डरकर ठाणे भाग गया।
3. सीसीटीवी और अंडा-पाव का सुराग: पुलिस ने एक सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को वर्ली में अंडा-पाव खाते हुए देखा। इसके बाद पुलिस ने दुकानदार से पूछताछ की, जिसने बताया कि आरोपी पहले वर्ली के एक रेस्टोरेंट में काम करता था।
4. रेस्टोरेंट से कनेक्शन: रेस्टोरेंट से जुड़ी एक घटना के बाद, आरोपी की पहचान करने के लिए पुलिस ने स्टाफ का डेटा खंगाला और एक लेबर सप्लाई करने वाले का नंबर पाया।
5. मोबाइल नंबर और पेमेंट लिंक: आरोपी के मोबाइल नंबर की जांच के बाद, यह पाया गया कि वह उसी नंबर से ऑनलाइन पेमेंट करता था, जो अंडा-पाव दुकान पर किया गया था।
6. ठाणे से गिरफ्तारी: रविवार रात पुलिस ने आरोपी को ठाणे के एक लेबर कैंप के पास से गिरफ्तार किया। इसके बाद बांग्लादेश में उसके माता-पिता ने उसकी पहचान की।