महाकुंभ का आज 9वां दिन है और प्रयागराज में इस समय विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ मेला जोरों पर है। इस ऐतिहासिक अवसर पर लाखों श्रद्धालु स्नान और पूजा-अर्चना करने के लिए संगम तट पर जुटे हुए हैं। सुबह 8 बजे तक लगभग 16 लाख लोगों ने पवित्र संगम में स्नान किया है। इस बीच, महाकुंभ में आने वाले प्रमुख नेताओं का सिलसिला भी जारी है। 1 फरवरी को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ महाकुंभ में आकर संगम में स्नान करेंगे। इसके बाद, 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकुंभ में पधारेंगे और वहां श्रद्धालुओं से मुलाकात करेंगे। 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ में पहुंचेंगी और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगी।
आज के दिन खास बात यह है कि बिजनेसमैन गौतम अडाणी भी महाकुंभ में पहुंचेंगे। वह संगम में पूजा-अर्चना करने के बाद बड़े हनुमानजी के दर्शन करेंगे। इसके अलावा, गौतम अडाणी इस्कॉन पंडाल में भंडारे में भी शामिल होंगे। इस दौरान वह श्रद्धालुओं से मिलकर उन्हें आशीर्वाद देंगे और महाकुंभ के महत्व पर भी चर्चा करेंगे।
महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित होता है और इसमें लाखों लोग अपनी श्रद्धा अर्पित करने के लिए आते हैं। इस दौरान संगम के पवित्र जल में स्नान को धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक पुण्यकारी माना जाता है। महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए संगम में स्नान करते हैं और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।
महाकुंभ का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। पूरे देश से लोग यहां आकर अपनी आस्था व्यक्त करते हैं और विभिन्न धर्मों व संस्कृतियों के लोग एक साथ एक ही उद्देश्य के तहत एकत्रित होते हैं। महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति और धर्म का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है, जो हर बार श्रद्धालुओं के बीच विश्वास और एकता का संदेश देता है।