उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक मुस्लिम लड़की ने घर वापसी कर के हिन्दू धर्म अपना लिया है। सोमवार (24 मार्च 2025) को घर वापसी करने वाली लड़की का नाम उम्मे कुलसुम है जो अब ममता नाम से जानी जाएँगी। उम्मे कुलसुम ने मंदिर में यज्ञ-हवन किया और देवताओं के जयकारे लगाए। यहीं पर उन्होंने राजेश को अपना जीवन साथी चुना। ममता बनी कुलसुम ने अपने पति व उनके परिजनों की जान-माल की चिंता जताई है। यह खतरा उम्मे कुलसुम ने अपने परिवार वालों से बताया है।
यह मामला बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम का है। सोमवार को यहाँ 24 वर्षीया उम्मे कुलसुम और 25 वर्षीय राजेश एक साथ पहुँचे। दोनों ने अपने कागजात दिखते हुए महंत से शादी करने में सहयोग माँगा। उम्मे कुलसुम ने शपथ पत्र दे कर अपने शुद्धिकरण और हिन्दू धर्म अपनाने की भी इच्छा जताई। कागजातों की पड़ताल के बाद पंडित के के शंखधर ने उम्मे कुलसुम का शुद्धिकरण करवाया। इस दौरान अन्य प्रक्रियाओं के साथ उम्मे कुलसुम ने वेदमंत्रों का पाठ और हवन आदि किया।
हवन के बाद उम्मे कुलसुम और राजेश ने वैदिक विधि-विधान से शादी की। दोनों ने एक साथ हिन्दू देवी-देवताओं की जयकारे किए। अग्नि के आगे 7 फेरे ले कर हमेशा एक दूसरे के लिए समर्पित रहने का संकल्प लिया। विवाह के बाद उम्मे कुलसुम को नया नाम ममता मिला। शादी के बाद उम्मे कुलसुम ने खुद को बेहद खुश बताया। बरेली पुलिस को एक प्रार्थना पत्र देते हुए उन्होंने अपने मायके वालों से खुद के साथ राजेश को भी खतरा बताया। पुलिस से सुरक्षा देने की माँग भी की गई है।
उम्मे कुलसुम और राजेश दोनों ही बरेली के रहने वाले हैं। दोनों लगभग 2 वर्षों से एक दूसरे से परिचित थे। यह परिचय प्यार में बदल गया। जब दोनों ने शादी का निर्णय लिया तो उम्मे कुलसुम के घर वाले इसके लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने उम्मे कुलसुम पर कई तरह की पाबंदियाँ लगा दीं। आरोप है कि उम्मे कुलसुम की अम्मी ने अपनी बेटी की बेरहमी से पिटाई की। उसके अब्बा कियामुद्दीन ने तो अपनी बेटी को जला कर मार डालने तक का प्रयास किया।
उम्मे कुलसुम ने फोन छीन लिए गए। उसे बंद कर के रखा जाने लगा। 19 मार्च को उम्मे कुलसुम जैसे-तैसे अपने घर से निकलने में कामयाब रहीं। वो सीधे राजेश के पास पहुँची और शादी करने के लिए कहा। इस बीच उम्मे कुलसुम के अब्बा ने बरेली के आंवला कोतवाली में राजेश पर अपनी बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवा दिया। केस दर्ज होने की वजह से दोनों को छिप कर रहना पड़ा। जैसे-तैसे 24 मार्च को राजेश और उम्मे कुलसुम एक साथ अगत्स्य मुनि आश्रम पहुँचे थे।
कियामुद्दीन की बेटी उम्मे कुलसुम अपने ही अब्बा पर खुद को जलाने की साजिश का आरोप लगा रही हैं। वह बरेली पुलिस को शिकायत दे कर अपनी और अपने पति की जान-माल की रक्षा की गुहार लगा रही है। वहीं उसके अब्बा कियामुद्दीन ने अपनी FIR में राजेश सहित कुल 4 लोगों को नामजद कर रखा है। ये सभी नामजद लोग हिन्दू धर्म से हैं। सोशल मीडिया पर उम्मे कुलसुम के अब्बा और अम्मी पर कार्रवाई की माँग उठ रही है। फ़िलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।