Bahraich Violence: रामगोपाल को घसीटकर ले गए, फिर अब्दुल हनीफ ने मारी गोली... बहराइच के दुर्गा विसर्जन में किसने बनाया खूनी प्लान?
बहराइच हिंसा की इन्साइड स्टोरी... मूर्ति विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी और फायरिंग में युवक की हत्या।
बहराइच में माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए पथराव और गोलीबारी में एक हिन्दू युवक की जान चली गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई, जिसमें आगजनी और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं भी हुईं। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि, इस मामले में हरदी थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। घटना के सिलसिले में अब्दुल हमीद को गोली चलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। लेकिन यह हिंसा कैसे भड़की और रविवार को क्या-क्या घटित हुआ? आइए इसका विवरण जानते हैं।
बहराइच के महसी तहसील के हरदी क्षेत्र स्थित महाराजगंज कस्बे में एक माँ दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई। जब यात्रा अब्दुल हमीद के घर के पास से गुजर रही थी, तो एक जिहादी मानसिकता के लोगों द्वारा पथराव किया गया। इस पर प्रतिक्रिया के दौरान गोलीबारी हुई, जिसमें 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना में राजन, सुधाकर, दिव्यांग सत्यवान और अखिलेश वाजपेयी सहित 15 से अधिक लोग घायल हो गए।
इसके बाद बहराइच हिंसा के विरोध में इलाके में आगजनी और तोड़फोड़ शुरू हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। स्थानीय निवासियों ने मेडिकल कॉलेज के सामने सड़क पर रामगोपाल का शव रखकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारे लगाए। वहीं, अस्पताल चौराहे पर भी विसर्जन यात्रा को रोकते हुए श्रद्धालुओं ने कड़ी कार्रवाई की मांग की और विरोध जारी रखा।
आक्रोश की लपटें शहर तक फैल गईं, जब सीतापुर-बहराइच हाईवे पर चहलारीघाट के पास प्रतिमाओं के विसर्जन को रोक दिया गया। गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे को जाम कर दिया, वहीं फखरपुर क्षेत्र में भी बहराइच-लखनऊ हाईवे पर यात्रा रोक दी गई। यह तनाव देर रात शहर में भी पहुंच गया। रात करीब 11 बजे, स्टीलगंज तालाब के पास सड़क किनारे खड़ी एक बाइक को आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद अस्पताल चौराहे पर चार से पांच दुकानों में आगजनी की घटना भी हुई।
रात 12 बजे पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया। इस घटना से पूरे जिले में तनाव व्याप्त हो गया है। हालात का आकलन करने के लिए देर रात डीआईजी एपी सिंह बहराइच पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया।
पुलिस की तैयारियों पर सवाल
त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन पहले से तैयारियां करता है, लेकिन महसी के महाराजगंज कस्बे में पुलिस और प्रशासन की तैयारियां विफल रहीं। पुलिस की सतर्कता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि मुस्लिम समुदाय के युवकों द्वारा पथराव और फायरिंग के बाद हालात नियंत्रण से बाहर हो गए।
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